वह दिन : अल–इनशिक़ाक़ और अत-तूर और अल मसीह
सूरा अल-इनशिक़ाक़ (सूरा 84 आफ़ताब का फटना) बयान करता है कि फ़ैसले के दिन (क़ियामत के दिन)किस तरह आसमान और ज़मीन हिलाई जाएंगी और बर्बाद… Read More »वह दिन : अल–इनशिक़ाक़ और अत-तूर और अल मसीह
सूरा अल-इनशिक़ाक़ (सूरा 84 आफ़ताब का फटना) बयान करता है कि फ़ैसले के दिन (क़ियामत के दिन)किस तरह आसमान और ज़मीन हिलाई जाएंगी और बर्बाद… Read More »वह दिन : अल–इनशिक़ाक़ और अत-तूर और अल मसीह
सूरा अल – मसाद (सूरा 111 – खजूर की साख्त) आखरी दिन में (रोज़े महशर) को भड़कती हुई आगा के फैसले की बाबत ख़बरदार करता… Read More »वह दिन : अल – मसाद और अल – हदीद और अल मसीह
सूरा अल – क़ारिअह (सूरा 101 – आफ़त) बयान करता है कि आने वाला इन्साफ़ का दिन ऐसा होगा : वह खड़खड़ाने वाली क्या है… Read More »वह ख़ास दिन : अल – क़ारीअह और अत – तकासुर और अल मसीह
सूरा अत – तारिक़ (सूरा 86 – आने वाली रात) हमको आने वाले इन्साफ के दिन के लिए ख़बरदार करता है जब बेषक ख़ुदा… Read More »वह ख़ास दिन : अत-तारिक़, अल -आदियात और अल मसीह
सूरा अल – हुमज़ह (सूरा 104 – बुह्तान बाँधने वाला) इन्साफ के दिन की बाबत हमको इस तरीक़े से ख़बरदार करता है : हर ताना… Read More »एक ख़ास दिन : अल – हुमज़ह और अल – मसीह